Thursday, 22 April 2021

हिम्मत से जीतना है

बहुत हो गया अबउठो इस अस्पताल के बिस्तर से,

यें आक्सिजन मास्कड्रिपइंजेक्शन हटा कर बात करो मुझसे,

मैं ऐसे किसी थके हुएबेबस इंसान को नहीं जानती,

जो मायूस है और एक-एक साँस के लिए जिद्दोजहद कर रहा है।


अभी इसी वक्तमुझे मेरा वो शक़स लौटा कर दो,

परियों की कहानी के वो जादू की छड़ी हैवो हैं तो सब मुमकिन है,

वो जो सुपेरमन जैसा हमेशालड़ जाते थे हर मुश्किल से,

मैंने ज़िंदगी की हर जंग में उसे डटकर लड़ते देखा है।


ये जगह तुम्हारे लिए नहीं बनीतुम यू नहीं थक सकते,

अभी दुनिया के नक़्शे पर कई जगह रह गयीं हैं जाने को,

अभी कई इमारतें और हैं तामीर कराने को,

ज़मानेभर की फ़िक्र हुआ करतीं थीं ना तुम्हेंतुम्हें हर ज़िद को पूरा करते देखा है।


चलो के अभी मंज़िल दूर हैये सफ़र मुश्किल सहीतय करना ज़रूर है,

अभी नेकियाँ कमानी हैं बहुतअभी ज़िम्मरियाँ उठनी हैं बहुत,

उठो के साँस ले लो पूरीपंख फ़ैला के उड़ान भर लो,

कहो जो खुल कर कहना हैआप को ये जंग हिम्मत से जीतना है।



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